शनिवार, 10 दिसंबर 2011

रिक्त स्थानों की पूर्ति करो

बचपन से सिखाया गया हमें

रिक्त स्थानों की पूर्ति करना

भाषा में या गणित में

विज्ञान और समाज विज्ञान में

हर विषय में सिखाया गया

रिक्त स्थानों की पूर्ति करना

हर सबक के अन्त में सिखाया गया यह

यहाँ तक कि बाद के सालों में इतिहास और अर्थशास्त्र के पाठ भी

अछूते नहीं रहे इस अभ्यास से


घर में भी सिखाया गया बार बार यही सबक

भाई जब न जाए लेने सौदा तो

रिक्त स्थान की पूर्ति करो

बाजार जाओ

सौदा लाओ


काम वाली बाई न आए

तो झाड़ू लगा कर करो रिक्त स्थान की पूर्ति


माँ को यदि जाना पड़े बाहर गांव

तो सम्भालो घर

खाना बनाओ

कोशिश करो कि कर सको माँ के रिक्त स्थान की पूर्ति

यथासम्भव

हालांकि भरा नहीं जा सकता माँ का खाली स्थान

किसी भी कारोबार से

कितनी ही लगन और मेहनत के बाद भी

कोई सा भी रिक्त स्थान कहाँ भरा जा सकता है

किसी अन्य के द्वारा

और स्वयम आप

जो हमेशा करते रहते हों

रिक्त स्थानों की पूर्ति

आपका अपना क्या बन पाता है

कहीं भी

कोई स्थान


नौकरी के लिए निकलो

तो करनी होती है आपको

किसी अन्य के रिक्त स्थान की पूर्ति


यह दुनिया एक बडा सा रिक्त स्थान है

जिसमें आप करते हैं मनुष्य होने के रिक्त स्थान की पूर्ति

और हर बार कुछ कमतर ही पाते हैं आप स्वयं को

एक मनुष्य के रूप में

किसी भी रिक्त स्थान के लिए

5 टिप्‍पणियां:

कमल किशोर जैन ने कहा…

देवयानी जी, हम दूसरो की छोड़ी जगह को नही भर पाते .. शायद इसलिए क्यूंकी हम मनुष्य है.. एक दूसरे के विकल्प नही यहाँ हर कोई अपने आप मे परिपूर्ण है.. हर एक की अपनी कुछ ख़ासियत है.. हर एक की अपनी जगह है.. ओर इस रिक्त स्थान को कोई नही भर सकता... कभी भी.

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

गहरा विषय, मन की रिक्तता भरते भरते बीतता जीवन।

No ने कहा…

Devayani,eka aur kam bachapan se ham karate rahe,vo hai diye gaye kai javabon me se sahi uttar chuno.Hamane uttar to chuna aur samaj se vahvahi bhi pai,par vo uttar hamare apane soche hue nahin the.log kahate aur ham man lete.ki han aurat kamzor hai ,kam akla hai,taran ki adhikari hai,ghar ki lakshmi hai aur ham use sahi uttar man kar usi par sahi ka nishan lagate jate,par ab ayeh sab badal raha hai.Hamame se kaiyon ne apani akla se bhi sochana shuru kar diya hai.Kyon theek hai na.

Suresh kumar ने कहा…

Ye jeewan to dusro ke khali sathan bharte-bhate hi gujar jayega....

Pradeep Kumar ने कहा…

बेशक ! कोई भी किसी का रिक्त स्थान नहीं भर सकता. मगर अजीब विरोधाभास है कि कोशिश सभी कर रहे हैं किसी ना किसी का स्थान भरने की . अच्छा लिखा है सुन्दर